*****फ़िज़ूल पंक्तियाँ
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अध्यापक चाहे कि श्यामपट्ट हमेशा काला रहे
बच्चों के दिमाग खुले पर ज़ुबान पर ताला रहे।
बेटा माँ बाप को बोझ समझ किनारा करता है
चाहता है कि घर में बीबी और एक साला रहे।
सियासतदां की इतनी सी जरूरत है केवल
साथ में आठ-दस चमचे और गले में माला रहे।
विपक्ष की भी चाहत बहुत हसीन है यहाँ
चाहती है रोज समाचार में कुछ घोटाला रहे।
दौलतमंद की दौलत टिक सकेगी क्या अगर?
मजदूर के पैर न बिवाई न हाथों में छाला रहे।
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डॉ.राजीव जोशी
बागेश्वर।
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अध्यापक चाहे कि श्यामपट्ट हमेशा काला रहे
बच्चों के दिमाग खुले पर ज़ुबान पर ताला रहे।
बेटा माँ बाप को बोझ समझ किनारा करता है
चाहता है कि घर में बीबी और एक साला रहे।
सियासतदां की इतनी सी जरूरत है केवल
साथ में आठ-दस चमचे और गले में माला रहे।
विपक्ष की भी चाहत बहुत हसीन है यहाँ
चाहती है रोज समाचार में कुछ घोटाला रहे।
दौलतमंद की दौलत टिक सकेगी क्या अगर?
मजदूर के पैर न बिवाई न हाथों में छाला रहे।
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डॉ.राजीव जोशी
बागेश्वर।
क्या बात है सटीक
ReplyDeleteअध्यापक चाहे कि श्यामपट्ट हमेशा काला रहे
बच्चों के दिमाग खुले पर ज़ुबान पर ताला रहे।
धन्यवाद सर
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